सफलता के है 5 मंत्र
बिजनेस में सफलता का
कोई बंधा बंधाया सूत्र नहीं होता लेकिन सफल होने वाले लोगो में कुछ सूत्र निश्चित
तोर पर देखने को मिलते है | ये सूत्र उनके व्यवहार,दिनचर्या और कामकाज के तरीको से
सम्बंधित होते है | इन सूत्रों को अपनाकर आप भी बिजनेस में अपनी सफलता के लिए एक
मजबूत आधार को सुनिश्चित कर सकते है और आगे बढ़ सकते है|
1 खुद की आलोचना
सफलता जब ही मिलेगी जब
आप कमियों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हो | इसके लिए अपने आलोचक खुद बने |
2 विफलता से सीख
जीवन में आगे बढ़ने
से वे लोग डरते है, जिन्हें विफलता का डर सालता है | विफलता से डरे बिना प्रयास
करते चले |
विफलता से डरे बिना प्रयास, रिस्क
उठाने की क्षमता और संतुलित
रहते हुए लगातार अच्छा करने
का संकल्प सफलता के मूल मंत्र है |
3 तारीफ का बहाव
सफलता का जादू सिर
चढ़ जाये तो इन्सान आगे बेहतरी के प्रयास छोड़ देता है, इसलिए तारीफों के बहाव में
भी संतुलन बनाये रखे |
4 हक़ न समझे
बिजनेस में किसी भी
चीज को सदा रहने वाला न माने | जरुरी नहीं की आज जो आपके ग्राहक वफादार है, वे कल
भी रहे | व्यापार में हमेशा उलटफेर होती रहती है |
5 एकला चलो
रे
टीम लीडर का सबको
साथ लेकर चलना अच्छा है लेकिन मुस्किल परिस्थियों में आगे बढ़कर अकेले फैसला करना
भी सीखे | क्योकि कुछ काम ऐसे भी होते है
| जिनको कभी कभी अकेले करना पड़ता है |
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