Wednesday 29 July 2015

एक सड़कछाप व्यक्ति कैसे बना अरबपती

Posted by- radiateashok
एक सड़कछाप व्यक्ति कैसे बना अरबपती 



एक बार की बात है किसी शहर में एक लड़का रहता था जो बहुत गरीब था | मेहनत मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से 2 वक्त का खाना जूता पाता था | एक दिन वह किसी बड़ी कंपनी में चपरासी के लिए इंटरव्यू देने गया | बॉस ने उसे देखकर उसे काम दिलाने का भरोसा जताया |
जब बॉस ने पूछा – “तुम्हारी email id क्या है”? लड़के ने मासूमियत से कहा की उसके पास email id नहीं है | ये सुनकर बॉस ने उसे बड़ी घृणा की द्रष्टि से देखा और कहा की , आज दुनिया इतनी आगे निकल गई है , और एक तुम हो की email id तक नहीं है , में तुम्हे नोकरी पर नहीं रख सकता |
ये सुनकर लड़के के आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंची , उसकी जेब में उस समय 50 रूपए थे | उसने उन 50 रुपयों से 1 किलो सेब खरीद कर वह अपने घर चलता बना | वह घर – घर जाकर उन सेबो को बेचने लगा और ऐसा करके उसने 80 रूपए जमा कर लिए | अब तो लड़का रोज सेब खरीदता और घर – घर जाकर बेचता | सालो तक यहीं सिलसिला चलता रहा लड़के की कठिन मेहनत रंग लाई और एक दिन उसने खुद की कंपनी खोली जहाँ से विदेशों में सेब सप्लाई किये जाते थे | उसके बाद लड़के ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और जल्दी ही बहुत बड़े पैमाने पर अपना बिजनेस फैला दिया और एक सड़कछाप लड़का बन गया अरबपति |
एक दिन कुछ मिडिया वाले लड़के का इंटरव्यू लेने आये और अचानक किसी ने पूछ लिया “सर आपकी email id क्या है”?? लड़के ने कहा –“नहीं है “, ये सुनकर सारे लोग चोकने लगे की एक अरबपति आदमी के पास एक “email id” तक नहीं है | लड़के ने हंसकर जवाब दिया – “मेरे पास email id नहीं है इसलिए में अरबपति हूँ , अगर मेरे पास  email id होती तो आज में एक चपरासी होता”|

मित्रो , इसलिए कहा जाता है की हर इन्सान के अंदर कुछ न कुछ खूबी जरुर होती है , भीड़ के पीछे भागना बंद करो और अपने टेलेंट और स्किल को पहचानो | दुसरो से अपनी तुलना मत करो की उसके पास वो है मेरे पास नहीं है , जो कुछ तुम्हारे पास है उसे लेकर आगे बढ़ो फिर दुनिया की कोई ताकत तुम्हे सफल होने से नहीं रोक सकती | 

Read More

असफलता सफलता से कही ज्यादा महत्पूर्ण है

Posted by- radiateashok
असफलता सफलता से कही ज्यादा महत्पूर्ण है


सभी के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब सभी चीजे आपके विरोध में हो रही हो | चाहे आप एक प्रोग्रामर है या कुछ और , आप जीवन के उस मोड़ पर खड़े होते है जहाँ सब कुछ गलत हो रहा होता है | अब चाहे ये सॉफ्टवेयर हो सकता है जिसे सभी ने रिजेक्ट कर दिया हो , या आपका कोई फैसला हो सकता है जो बहुत ही भयानक साबित हुआ हो |
लेकिन सही मायने में , विफलता सफलता से ज्यादा महत्पूर्ण होती है | हमारे इतिहास में जितने भी बिजनेसमैन , साइंटिस्ट और महापुरुष हुए है वो जीवन में सफल बनने से पहले लगातार कई बार फ़ैल हुए है | जब हम बहुत सारे काम कर रहे हो तो ये जरुरी नहीं की सब कुछ सही ही होगा | लेकिन अगर आप इस वजह से प्रयास करना छोड़ देंगे तो कभी सफल नहीं हो सकते |
हेनरी फोर्ड जो बिलियनेर और विश्वप्रसिद्ध फोर्ड मोटर कंपनी के मालिक है | सफल बनने से पहले फोर्ड पांच अन्य बिजनिस में फ़ैल हुए थे | कोई और होता तो पांच बार अलग अलग बिजनिस में फ़ैल होने और कर्ज में डूबने के कारण टूट जाता | लेकिन फोर्ड ने ऐसा नहीं किया और आज एक बिलिनेअर कंपनी के मालिक है |
अगर विफलता की बात करे तो थॉमस अल्वा एडिसन का नाम सबसे पहले आता है | लाइट बल्व बनाने से पहले उसने लगभग 1000 विफल प्रयोग किये थे |
अलबर्ट आइन्स्टीन जो 4 साल की उम्र तक कुछ बोल नहीं पाते थे  और 7 साल की उम्र तक निरक्षर थे | लोग उनको दिमागी रूप से कमजोर मानते थे लेकिन वो अपनी थ्योरी और सिधान्तो के बल पर दुनिया के सबसे बड़े साइंटिस्ट बने
अब जरा सोचो की अगर हेनरी फोर्ड पांच बिजनेस में फ़ैल होने के बाद निराश होकर बैठ जाते , या एडिसन 999 असफल प्रयोग के बाद उम्मीद छोड़ देते और आइन्स्टीन भी खुद को दिमागी कमजोर मानकर बैठ जाते तो क्या होता ?
तो मित्रो , असफलता सफलता से कहीं ज्यादा महत्पूर्ण है ....



Read More

Thursday 23 July 2015

Best Hindi Love Shayri

Posted by- radiateashok

Best Hindi Love Shayri



Ø  सुहाना मोसम और हवा में नमी होगी आंसुओ की बहती नदी होगी मिलना तो हम तब भी चाहेंगे आपसे जब आपके पास वक्त और हमारे पास सांसो की कमी होगी !! तुझे भूलकर भी न भूल पाएंगे हम !बस यही एक वादा निभा पाएंगे हम !!

Ø  कमबख्त दिल तैयार ही नहीं होता उसे भूल जाने के लिए , में उसके आगे हाथ जोड़ता हु और वो मेरे पांव पड जाता है ..!


Ø  इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रया ए – जिंदगी , चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया

Ø  !! गीली लकड़ी सा इश्क तुमने सुलगाया है ,.. न पूरा जल पाया कभी , न बुज पाया है कभी .....!!

Ø  इतनी बदसलूकी न कर .... ऐ जिन्दगी,,हम कोनसा यहाँ बार बार आने वाले है ,.....!!

Ø  ख्वाबों में आना तेरा अब कम हो गया ,नफरते तेरी शायद ,जरा जोरो पर  है...,,!!!

Ø  क्यूँ न सजा मिलती मुझे इश्क में ,तोड़े दिल मेने भी बहुत तेरी खातिर |

Ø  जान लेने पे तुले है दोनों मेरी ......इश्क हार नहीं मानता ...दिल बात नहीं मानता ...!!

Ø  पूछ ही लिया एक दिन मयखाने में शराब ने !किसका नशा छुपाने आजकल तुम मेरे पास आ रहे हो ?

Ø  कोई तो ढूंढॅ लाओ उसे मेरी जिन्दगी के लिए अब ये जिन्दगी सांसे नहीं साथ मांगती है उसका ..!

Ø  अभी तो जरा वक़्त है उनका,आजमाने दो उनको !रो रो कर पुकारेंगे हमें ,जरा हमारा वक़्त तो आने दो ..!!!

Ø  आज आसमान के तारो ने मुझे पूछ लिया क्या तुम्हे अब भीं इंतजार है उसके लोट आने का !मेने मुस्कराकर कहा ,तुम लोट आने की बात करते हो,मुझे तो अब  भी यकीन नहीं उसके जाने का !!

Ø  कितनी अजीब है मेरे अंदर की तन्हाई भी ,हजारों अपने है मगर याद तुम ही आते हो!!!

Ø  बोल दिया होता तुम्हे दर्द देना है ए जिन्दगी ..मोहब्बत को बीच में लाने की क्या जरुरत थी .!!

                    Read This:- Ø हिंदी लव शायरी

Read More

Wednesday 22 July 2015

हिंदी लव शायरी

Posted by- radiateashok

Ø     हिंदी लव शायरी



v “किसे मालूम था इश्क इस कदर लाचार करता है ,
दिल जानता है की वो मेरा नहीं , मगर प्यार उसी से करता है.....”

v “मेरे सजदो में कोई कमी तो नहीं थी ‘फराज’,क्या मुझसे भी बढ़कर किसी ने माँगा था उसको ...”

v “किन लम्हों को  भूले किन्हें याद रखे ये सोचते है अक्सर ,गर कुछ लम्हों ने सब कुछ दिया तो कुछ ने सब ले भी लिया ..”


v “ वो जहर देकर मरते तो दुनिया की नजरो में आ जाते ,अंदाज ए क़त्ल तो देखो मोहब्बत करके छोड़ दिया ...”

v “ टूटकर बिखर जाते है वो लोग मिट्टी की दीवारों की तरह ,जो खुद से भी ज्यादा किसी और से मुहब्बत किया करते है ....”

v “खामोशियों के रिश्ते निभाना मुझे आता है हर दर्द से इस दिल को लगाना मुझे आता है जो तुम हंसो हँसता हूँ , अगर रो दो तो रोता हूँ जो जैसा है संग उसके बिना मुझे जीना आता है ,बंजर सी जमी पर ही कबसे जी रहा हूँ में ,इस रेत से अपना घर बनाना मुझे आता है , दुनिया में मुहब्बत का कतरा न मिला हमको अब दुःख भरे गीतों को गाना मुझे आता है...”

v तेरी तलाश में निकलू नही तो क्या फायदा ? तुम बदल गए हो..खो गए होते तो और बात थी...!!!!

v मुझे दफ़नाने से पहले मेरा दिल निकालकर उसे दे देना ..में नहीं चाहता की वो खेलना छोड़ दे ...!!

v बना दो वजीर मुझे भी इश्क कि दुनिया का दोस्तों ,वादा है मेरा हर बेवफा को सजा ए मोत दूंगा ..!!

v वो रोये तो बहुत ,पर मुझसे मुहं मोड़कर रोये ,कोई मज़बूरी होगी तो दिल तोड़कर रोये ,मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े , पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोडकर रोये ..

v पास आकर सभी दूर चले जाते है , हम अकेले थे अकेले ही रह जाते है ,दिल का दर्द किसे दिखाए ,मरहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते हैं ..

v आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा , कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा , पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला , में मोम हूँ उसने मुझे छु कर नहीं देखा ..

v नफरत करनी हो तो हमसे इस कदर करना , के तुम छोड़ के जाओ तो हम किसी से मुहब्बत के काबिल न रहे ..

v हम अपना दर्द किसी को कहते नहीं , वो सोचते है की हम तन्हाई सहते नहीं , आँखों से आंसू निकले भी तो कैसे , क्योंकि सूखे हुए दरिया कभी बहते नहीं ..

v कल रात मेने अपने सारे गम.. कमरे की दीवार पर लिख डाले || बस फिर हम सोते रहे और दीवारे रोती रही ||

v गम इस बात का नही की तुम बेवफा निकली , मगर अफ़सोस यह है की ,वो सब लोग सच निकले ,जिनसे में तेरे लिए लड़ा करता था !!


           Read This:-  सुविचार


Read More

Thursday 16 July 2015

वही पद कैसे पाए जो आप चाहते है ?

Posted by- radiateashok
वही पद कैसे पाए जो आप चाहते है ?

हर आदमी उस तरह का काम करना पसंद करता है जिसके लिए वह सबसे अधिक उपयुक्त होता है | चित्रकार रंगों से काम करना पसंद करता है , कलाकार हाथो से काम करना पसंद करता है , और लेखक लिखना पसंद करता है | जिनके पास कम स्पष्ट गुण होते है वे बिजनेस और उधोग के निश्चित छेत्रो को प्राथमिकता देते है | यदि अमेरिका में कोई बहुत बढ़िया चीज है तो वह यह है की यहाँ पर व्यवसायों ,उत्पादन , मार्केटिंग और प्रोफेशन की पूरी श्रंखला मोजूद है |
step : 1
यह तय कर लीजिये की आप किस तरह की नोकरी चाहते है | अगर वह नोकरी या पद अस्तित्व में नहीं है तो शायद आप उसे अस्तित्व में ला सकते है |
step : 2
उस कंपनी या आदमी को चुन लीजिये जिसके लिए आप काम करना चाहते है |
step : 3
अपने संभावित नियोक्ता का और साथ ही उस कंपनी की नीतियों , स्टाफ और प्रगति के अवसरों का भी अध्ययन करे |
step : 4
स्वयं का , स्वयं के गुणों और क्षमताओ का विश्लेषण करे और यह जाने की आप क्या प्रदान कर सकते है | उन लाभों , सेवाओ , विकास , विचारो को देने के तरीके खोजे जिनके बारे में आपको विश्वास है की आप उन्हें सफलतापूर्वक दे सकते है |
step : 5
“नोकरी के बारे में भूल जाये | भूल जाये की वहा पर कोई संभावना है या नहीं | “क्या आपके पास मेरे लिए कोई नोकरी है ?” के आम रूटीन को भूल जाये | इस बात पर ध्यान एकाग्र करे की आप क्या दे सकते है |
step : 6  
एक बार आप अपने दिमाग में योजना बना ले तो किसी अनुभवी लेखक से इसे कागज पर साफ तरीके से और पुरे विस्तार से लिखवा ले |
step : 7
इसे सही पद पर बैठे व्यक्ति के सामने प्रस्तुत करे ओर बाकी का काम वह कर देगा | हर कंपनी ऐसे लोगो की तलाश में है जो उनके लिए कुछ महत्पूर्ण काम कर सके , चाहे वह काम विचारो के सम्बन्ध में हो या फिर सेवाओ या “कनेक्शन्स” के सन्दर्भ में हो | हर कंपनी में ऐसे आदमी के लिए हमेशा जगह होती है जिसके पास एक निश्चित कार्ययोजना हो जिससे उस कंपनी को लाभ पहुँच सके |

जब आप इस तरह से काम करेंगे तो हो सकता है की इसमें कुछ दिन या कुछ सप्ताह का अतिरिक्त समय लग जाये , परन्तु इसकी वजह से आपकी आमदनी ,तरक्की और प्रतिष्ठा में जो अंतर होगा वह कम तनख्वाह पर कड़ी मेहनत के आपके कई साल बचा देगा |

जो व्यक्ति प्रगति की सीढी पर आधी ऊँचाई से शुरुआत करता है वह सावधानीपूर्वक बनाई गई योजना के द्वारा ऐसा करता है |
  
Read More

Wednesday 15 July 2015

आत्मविश्वास का फ़ॉर्मूला

Posted by- radiateashok
आत्मविश्वास का फ़ॉर्मूला


Step : 1

में जानता हु की मुझमे जीवन के निश्चित लक्ष्य को हासिल करने की योग्यता है और इसलिए में खुद से यह अपेक्षा रखता हु की में इसे हासिल करने के लिये निरंतर और लगन से कार्य करू और में यहाँ पर अभी यह वादा करता हूँ की में इसी तरह से कार्य करूँगा |

Step : 2

मुझे एहसास है की  मेरे मस्तिष्क के प्रबल विचार अतंत : अपने आप को बाहरी , भोतिक कार्यो में बदल लेंगे और धीरे – धीरे अपने आप को भोतिक वास्तविकता में रूपांतरित कर लेंगे | इसलिए में अपने विचारो को हर दिन 30 मिनट तक इस बात पर एकाग्र करूँगा की में किस तरह का इंसान बनने के बारे में सोच रहा हूँ ताकि मेरे मस्तिष्क में इसकी स्पष्ट तस्वीर रहे |

Step : 3

में जानता हु की आत्मसुझाव के सिधांत के प्रयोग के द्वारा में जिस भी इच्छा को अपने मस्तिष्क में निरंतर बनाये रखूँगा वह अतंत : किसी प्रैक्टिकल तरीके के द्वारा अपने आपको भोतिक समतुल्य में बदल लेगी और मुझे वह वस्तु  हासिल हो जाएगी जिसका मेने लक्ष्य बनाया है | इसलिए में हर दिन 10 मिनट इस काम में दूंगा की में आत्मविश्वास का विकास करूँ |

Step : 4

मेने स्पष्ट रूप से जीवन में अपने प्रमुख निश्चित लक्ष्य का वर्णन लिख लिया है और में कोशिश करना कभी नहीं छोडूंगा जब तक की मुझमे इसे हासिल करने का पर्याप्त आत्मविश्वास हासिल न हो जाये |

Step : 5

मुझे पूरी तरह एहसास है की कोई भी सम्पति या पद लम्बे समय तक तब तक बना नहीं रह सकता  जब तक की यह सत्य और न्याय पर आधारित न हो | इसलिए में किसी भी ऐसी गतिविधि में सलग्न नहीं होऊंगा जिससे इससे प्रभावित होने वाले सभी लोगो को लाभ न हो | में ऐसी शक्तियों को अपनी तरफ आकर्षित करके सफलता पाउँगा जिनका में प्रयोग करना चाहता हु और में दुसरो लोगो के सहयोग के द्वारा सफलता पाउँगा |

इस फोर्मुले के पीछे प्रकति का एक नियम है जिसे अब तक कोई आदमी स्पष्ट नहीं कर पाया है | इस नियम को आप किस नाम से पुकारते है यह महत्पूर्ण नहीं है | इसके बारे में महत्पूर्ण तथ्य यह है की – यह मानव जाती की सफलता और प्रसिदी के लिए काम करता है ,बशर्ते इसका रचनात्मक प्रयोग किया जाये | इस कारण यह तथ्य है की विचार के सभी सवेंगो की यह प्रवति होती है की वे अपने आप को अपने भोतिक समतुल्य में रूपांतरित कर लेते है | 

Read More
pro kabaddipro kabaddi 2016pro kabaddi livepro kabaddi schedulepro kabaddi live score