15 August 2015 Speech In Hindi
15 अगस्त 1947 की आधी रात के स्ट्रोक में ,भारत
ब्रिटिश शासन के बन्धनों से मुक्त हो गया , और भारत देस को इस दिन ब्रिटिश शासन से
पूर्ण रूप से आजादी मिल चुकी थी | यह पुरे देस में एक समारोह की रात थी और यह
हमारे लिए गर्व और गोरव का क्षण था |
15 अगस्त
भारत देश में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है | यह राष्ट्रीय
पर्व पुरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है |
15 अगस्त 1947 को शहीदों का खून रंग लाया और जिस
सरकार के राज्य में सूरज कभी नहीं डूबता था ऐसी शक्तिशाली साम्राज्यवादी सरकार भी
आखिर निहत्थे भारतवासियों के सामने झुक गई | 15 अगस्त का पावन दिन आया और भारत
माता अपने सोभाग्य पर एक युग के बाद हंस उठी |
यह दिन भारतीय जीवन का मंगलमय दिन बन गया | भारत
के राजनितिक इतिहास का तो एक स्वर्णिम दिन है
| भारत सवतंत्र हो गया , लेकिन अभी उसके सामने देस के निर्माण का काम था | यह काम
धीरे – धीरे हो रहा है |
खेद की बात है की इतने वर्ष व्यतीत हो जाने पर भी
भारत अपने सपने को साकार नहीं कर पाया | इसका कारण वेयक्तित स्वार्थो की प्रबलता
है | दलबंदी के कारण भी काम में विशेष गति
नहीं आती | हमारा कर्तव्य है की देश के उत्थान के लिए इसकी ईमानदारी का परिचय दे |
प्रत्येक नागरिक कर्मठता का पाठ सीखे और अपने चरित्र , बल को ऊँचा बनाये |
जनता एंव सरकार दोनों को मिलकर देश के प्रति अपने
कर्तव्य को पूरा करना है | युवक देश की रीढ़ की हड्डी के समान है | उन्हें देश का
गौरव बनाये रखने के लिए तथा इसे संपन एंव शक्तिशाली बनाने में अपना योगदान देना
चाहिए | राष्ट्र की उन्नति के लिए यह आवश्यक है की हम सांप्रदायीकता के विष से दूर रहे | सभी निज संस्कृति के
अनुकूल ही रचे राष्ट्र उत्थान |
स्वतंत्रता
का मंगल पर्व इस बात का साक्षी है
की स्वतंत्रता एक अमूल्य वस्तु है | अनेक
देशभक्तों ने भारत के सर पर ताज रखने के लिए अपना उपसर्ग कर दिया है | इस दिन हमें
एकता का पाठ पढना चाहिए और देश की रक्षा का व्रत धारण करना चाहिए |
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